#आल_एवम_रद्द_का_सिद्धांत#Aul_and_Radd_in_Hindi_English #Aul_and_Radd_in_English #वृद्धि_का_सिद्धांत #Doctrine_of_Increase #Doctrine_of_Radd #_Muslim_Law #DrNupurGoel
# आल_एवम_रद्द_का_ सिद्धांत # Aul_and_Radd_in_Hindi # Aul_and_Radd_in_English # वृद्धि_का_सिद्धांत #Doctrine_of_Increase #Doctrine_of_Radd #_Muslim_Law #DrNupurGoel आल एवम रद्द का सिद्धांत Aul and Radd प्रश्न) उत्तराधिकार की मुस्लिम विधि के अंतर्गत आल एवम रद्द के सिद्धांत का वर्णन किजिये। उत्तर) उत्तराधिकार की मुस्लिम विधि जो विभिन्न उत्तराधिकारियों को ईकाइ मे से उनके निर्दिष्ट हिस्सो को आवंटित करती है , ऐसा हो सकता है कि जब उन निर्दिष्ट हिस्सो को एक साथ जोड़ा जाता है तो वह 1) ईकाइ के बराबर हो सकते है , 2) ईकाइ से अधिक हो सकते है , 3) ईकाइ से कम हो सकते है। जब भिन्नों (निर्दिष्ट हिस्सो) का योग ईकाइ के बराबर होता है , तो कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन अगर यह ईकाइ से अधिक या कम है , तो संबंधित वारिसों के निर्दिष्ट हिस्सो को क्रमशः कम या बढ़ाया जाता है। वह प्रक्रिया जिससे निर्दिष्ट हिस्से कम हो जाते हैं (संपत्ति के टुकड़ों को बढ़ाकर) को वृद्धि का सिद्धांत ( Aul) कहा जाता है ; और वह प्रक्रिया जिससे हिस्से बढ़ जाते हैं (संपत्ति के टुकड़ों मे...